हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारा परियोजना सुरक्षित और हरित प्रौद्योगिकी डिजाइनों जैसे स्थानीय और उप-मानक सामग्री, औद्योगिक उपोत्पाद (बाइप्रोडक्ट) और अन्य बायोइंजीनियरिंग सॉल्यूशंस के जरिए विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में 783 किमी राजमार्ग का निर्माण करने में एमओआरटीएच का सहयोग करेगी। यह परियोजना राजमार्गों के निर्माण और रखरखाव में जीएचजी उत्सर्जन को कम करने में मदद करेगी।
हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारा परियोजना
इस परियोजना में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, राजमार्गों के निर्माण में स्थानीय और सीमांत सामग्री, औद्योगिक उप-उत्पादों और अन्य बायोइन्जिनियरिंग समाधानों का उपयोग करेगा। यह परियोजना सुरक्षा और हरित प्रौद्योगिकियों के संबंध में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की क्षमता को बढ़ाएगी।
भारत सरकार अपनी अवसंरचना परियोजनाओं में पर्यावरणीय रूप से सतत विकास के लिए प्रतिबद्ध है;। यह परियोजना सुरक्षित यातायात योग्य सड़कों के निर्माण में नए मानक स्थापित करेगी;। यह परियोजना राजमार्गों के निर्माण और रखरखाव में ग्रीन हाउस गैसों (GHG) उत्सर्जन को कम करने में मदद करेगी।
इस हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारा परियोजना को राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में विकसित किया जाएगा; तथा उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में इस ग्रीन कॉरीडोर के अंतर्गत चयनित खंड कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद करेंगे।
हरित राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना से संबन्धित जानकारी
विश्व बैंक और भारत सरकार ने सुरक्षित और हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारों के निर्माण के लिए $ 500 मिलियन की परियोजना के लिए एक समझौता किया।
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