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यदि आप 12 वीं कक्षा के छात्र हैं या 12 वीं बोर्ड एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो आप को ये जरूर ख्याल आता होगा की 12वीं के बाद करियर कैसे बनाये ? क्युकि एक सही कोर्स का चुनाव करना अत्यंत ही महत्वपूर्ण कार्य है क्योंकि उनके इसी निर्णय पर मुख्य रूप से उनका करियर टिका होता है। सही निर्णय छात्रों को उन्नतिशील रस्ते की ओर अग्रसर करते हैं जिनमें वे अपनी रूचि और क्षमता के अनुरूप बेहतर रीजल्ट दे पाते हैं। अक्सर जब हम उस दौर से गुज़र रहे होते है तो हमारे दिमाग में यह सवाल जरूर आता है या फिर हमारे जानने वाले, माता पिता या रिश्तेदार आपसे अवश्य पूछते होंगे कि 12 वीं के बाद क्या करना है ? किस स्ट्रीम में जाना है ? या आगे करियर किस क्षेत्र में बनाना है?
12वीं के बाद करियर
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वैसे तो बहुत से छात्र अपनी करियर का चयन इंटरमीडिएट एडमिशन के समय ही कर लेता है, लेकिन कभी-कभी विभिन्न परिस्थतियों के वजह से करियर का चुनाव करना मुश्किल हो जाता है। करियर का कौन सा फील्ड उनके लिए सही रहेगा ? इस प्रश्न को लेकर कन्फ्यूज्ड रहते हैं तथा कुछ भी तय नहीं कर पाते हैं। आजकल मार्केट में विभिन्न कोर्सेज, स्ट्रीम्स, कई तरह के इंट्रेंस एग्जाम्स और करियर फील्ड की भरमार है और ऐसे में छात्रों का अपने लिए चयन करते समय कन्फ्यूज्ड होना स्वाभाविक है तथा यह समय भी उनके जीवन का निर्णायक मोड़ होता है।
और 12 वीं एग्जाम के बाद करियर का चयन करना इसलिए महत्वपूर्ण भी हो जाता है कि एक मोड़ होता है जहां हम अपना मनपसंद या रूचि कर विषय चयन कर पाते है क्यों कि ग्रेजुएशन के बाद तो करियर को बदलने की बहुत कम गुंजाइश रह जाती है और अगर यदि आप ऐसा करते भी हैं तो आपके कई वर्षों की मेहनत बेकार जाती है। इसका खामियाजा भविष्य में तो भुगतना ही पड़ता है छात्रों का अमूल्य समय भी बर्बाद होता है।
आजकल छात्रों के समक्ष कई करियर, कोर्स तथा स्ट्रीम के विकल्प मौजूद हैं और ये लगभग सभी अपनी रुचि और क्षमता के अनुरूप समान महत्व के हैं. कॉलेज में उपलब्ध कोर्सेज ने छात्रों के निर्णय लेने की प्रक्रिया को और जटिल बना दिया है। पहले देखा जाये तो स्टूडेंट के पास मुख्यतः सिर्फ एक इंजीनियर, डॉक्टर, चार्टर्ड एकाउंटेंट और ऐसे अन्य कोर क्षेत्रों में ही अच्छे करियर ऑप्शंस थे। लेकिन अब डिजिटल मार्केटिंग आने की वजह से छात्रों के पास कुछ साल पहले की तुलना में बहुत अधिक विकल्प उपलब्ध हैं। वे नए क्षेत्रों जैसे,टी टेस्टर, ग्राफिक डिजाइनर, प्रोफेशनल फोटोग्राफर और एथिकल हैकर्स के रूप में अपने करियर को नई दिशा देने में स्वतंत्र हैं। जबकि कुछ वर्ष पूर्व तक ये सभी कोर्सेज बहुत ज्यादा प्रचलन में नहीं थे।
12 वीं स्टूडेंट मुख्यतः तीन संकाय से अपनी पढाई पूरी करते है, जो निम्न है :-
- Science – विज्ञान
- Arts – कला
- Commerce – वाणिज्य
अब एक एक हर स्ट्रीम के अलग-अलग कोर्सेज और उन कोर्सेज को करने के बाद क्या करियर ऑप्शंस है उसके बारे में हम चर्चा करते है।
विज्ञान संकाय से 12 के बाद
साइंस स्ट्रीम छात्रों के लिए एक लोकप्रिय पसंद रही है, क्योंकि यह छात्रों के लिए कई रोमांचक और आकर्षक अवसर प्रदान करती है। अधिकांश माता-पिता कक्षा 10 के पूरा होने के बाद अपने बच्चों को साइंस स्ट्रीम का चयन करने के लिए प्रेरित करते हैं, क्योंकि यह ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल पर प्रोफेशनल और साइंटिफिक कोर्सेज में एडमिशन लेने के साथ-साथ एक बेहतर और प्रोफेशनल करियर का रास्ता भी प्रदान करती है।
साइंस का क्षेत्र एक विस्तृत तथा व्यापक है। इसके अंतर्गत लगभग वो सभी चीजें शामिल है जिसे हम हम देख सकते हैं, स्पर्श कर सकते हैं, सुन सकते हैं, महसूस कर सकते हैं एवं जहाँ हम रहते हैं सिर्फ वही दुनिया नहीं बल्कि यह सम्पूर्ण ब्रह्मांड साइंस के दायरे में आता है। साइंस विषय से 12वी पास किया हुआ स्टूडेंट किसी भी फ़ील्ड में जा सकता है और अपना करियर बना सकता है।
साइंस स्ट्रीम के अंतर्गत छात्रों को तीन विषय संयोजन या विकल्पों का चयन करने का विकल्प प्रदान किया जाता है।
पीसीएम (PCM)
भौतिकी (Physics)+ रसायन (Chemistry)+ गणित (Maths)
इसे मैथेमेटिक्स ग्रुप के रूप में भी जाना जाता है। इस विषय का चयन वही छात्र करते हैं जो निकट भविष्य में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं और जो छात्र कक्षा 11 वी में इस विषय को लेते हैं उन्हें फिजिक्स,केमेस्ट्री और मैथ्स और उससे संबद्ध विषयों का अध्ययन एक भाषा के साथ उनके प्रमुख विषयों के रूप में करना पड़ता है।
PCM से 12th करने के बाद आगे कोर्सेज के विकल्प :-
- Engineering courses (B.E/B.Tech)
- B.Arch (Bachelor of Architecture)
- B.Sc in Honors (Phy Che Maths)
- BCA (Bachelor of Computer Application)
- Defense (Army Navy Air force)
- Education/ Teaching Courses
- Management Courses (BBA)
- Designing Courses
- M.Sc (Master of Science)
- Hotel Management
- Film Courses
- LLB (Bachelor of Law)
- Education/ Teaching Courses
- Animation and Multimedia Courses
- Travel Courses
- Tourism Courses
पीसीबी (PCB)
भौतिकी (Physics)+ रसायन (Chemistry)+ जीवविज्ञान (Biology)
इस विषय का चयन वही छात्र करते हैं जो निकट भविष्य में मेडिकल की पढ़ाई करना चाहते हैं और जो छात्र कक्षा 11 वी में इस विषय को लेते हैं उन्हें फिजिक्स,केमेस्ट्री और बायोलॉजी और उससे संबद्ध विषयों का अध्ययन एक भाषा के साथ उनके प्रमुख विषयों के रूप में करना पड़ता है।
PCB से 12th करने के बाद आगे कोर्सेज के विकल्प :-
- MBBS (Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery)
- BAMS (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery)
- BHMS (Bachelor of Homeopathy Medicine and Surgery)
- BUMS (Bachelor of Unani Medicine and Surgery)
- B.Sc in (Botany Zoology Nursing Dairy Technology Home science Anthropology Radiography Nutrition and Dietetics Speech and Language Therapy Rehabilitation Therapy Occupational Therapy Medical Technology Audiology etc.)
- Integrated M.Sc (B.Sc + M.Sc 5 years integrated)
- Biotechnology
- General Nursing
- Bachelor of Naturopathy Yogic Science (BNYS)
- B.Sc Degree
- B.Pharma (Bachelor of Pharmacy)
- Paramedical
- B.D.S (Bachelor of Dental Surgery)
- B.M.L.T (Bachelor of Medical Laboratory Technology)
- B.V.Sc (Bachelor of Veterinary Science and Animal Husbandry)
- M.D (Medicine Doctor)
- Diploma in Nursing
- BDS (Dental)
- BAMS (Ayurveda)
- BHMS (Homiopathy)
- BPT (Physiotheraphy)
- BASLP (Audiology and Speech language therphy)
पीसीएमबी (PCMB)
भौतिकी (Physics)+ रसायन (Chemistry)+ गणित (Maths)+ जीवसाइंस (Biology)
पीसीएमबी ग्रुप को बायोलॉजी ग्रुप के रूप में जाना जाता है और इसे उन छात्रों द्वारा पसंद किया जाता है जो चिकित्सा (मेडिकल) के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। इस ग्रुप को लेने वाले छात्रों को मुख्य विषय के रूप में फिजिक्स,केमेस्ट्री,बायोलॉजी और मैथ्स तथा इससे संबद्ध विषय अर्थात माइक्रोबायोलॉजी का अध्ययन किया जाता है। इसके साथ ही उनके सिलेबस के एक हिस्से के रूप में एक अनिवार्य भाषा तथा कम्प्यूटर साइंस/आई टी भी पढ़ना पड़ता है। इस सिलेबस में सबसे अच्छी बात यह है कि छात्र मेडिकल के साथ इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भी अपना करियर बना सकते है।
PCMB से 12th करने के बाद आगे कोर्सेज के विकल्प :-
- B.Sc (Biochemistry, Botany, Physics, Chemistry, Zoology, Nursing,Technology, Home science, Anthropology, Agriculture, Bio-Technology, Radiology, Pathology etc. )
- Microbiology
- Biomedical sciences
- Medical Lab technician
- Paramedical
- Nursing
- Pharmacy (B.Pharma)
- Life sciences
- Integrated M.Sc
साइंस स्ट्रीम छात्रों के अन्य कोर्सेज विकल्प
इन सबसे के साथ साइंस संकाय के छात्र के लिए आर्ट्स और कॉमर्स के कुछ सब्जेक्ट भी करियर के लिए एक बेहतर विकल्प है, जिसमे वो अपना करियर बना सकते है। इस फील्ड में करियर तथा एकेडमिक स्कोप बहुत बढ़िया हैं। बहुत सारे ग्रेजुएट लेवल बिजनेस मैनेजमेंट कोर्सेज छात्रों की सुविधा के लिए उपलब्ध हैं, जिनका चयन वे अपनी परिस्थिति तथा रूचि के आधार पर कर सकते हैं। जिसमे की कुछ विशेष कोर्सेज निम्न हैं :-
- BBA (Bachelor of Business administration)
- BMS (Bachelor of Management Studies)
- BBM (Bachelor of Business Management)
- BHM (Bachelor of Hotel Management)
- Integrated BBA+ MBA Programme (5 Years)
- Com (Statics + Math)
- BSWU-Social work
- Mass Communication and Journalism
- Animation and Multimedia
- Event Management
- BSC+ LLB
- tech +LLB
- com + LLB
- BBA +LLB
साइंस स्ट्रीम छात्रों के लिए करियर स्कोप
इसमें कोई शक नहीं है कि साइंस स्ट्रीम 10 वीं कक्षा के बाद छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय और पसंदीदा करियर स्ट्रीम है। इस स्ट्रीम की लोकप्रियता का मुख्य कारण यह है कि यह भविष्य में छात्रों के लिए कई आकर्षक करियर के अवसर उपलब्ध कराता है। साइंस स्ट्रीम में 12th चुनने के बाद छात्र आगे चलकर वे किसी भी स्ट्रीम की पढ़ाई कर सकते हैं तथा किसी भी क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं।
PCM के छात्रों के लिए पसंदीदा करियर :-
- Engineer
- Scientist
- Lawyer
- Government Employee (Technical Employee)
- Pilot
- Pharmacist
- Architects Teacher
- Computer Expert and much more
PCMB के छात्रों के लिए पसंदीदा करियर :-
- Doctor
- Scientist
- Dentist
- Orthodontist
- Pharmacist
- Doctor
- Nurse
- Teacher
- Lawyer
- Designer and much more
कॉमर्स संकाय से 12 के बाद
आम तौर पर कॉमर्स स्ट्रीम को लेकर अधिकांश माता पिता तथा अभिभावक एक महान पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं तथा वे यह सोचते हैं कि कॉमर्स स्ट्रीम में करियर का दयारा सिमित है लेकिन कॉमर्स स्ट्रीम्स से जुड़े पूर्वाग्रह के बावजूद भी पिछले कुछ दशक से इस विषय की लोकप्रियता बहुत तेजी से बढ़ रही है। बढ़ती अर्थव्यवस्था,प्रोफेशनल करियर का सुनहरा अवसर तथा उच्च स्कोरिंग की वजह से हाई स्कूल या उसके बाद इस सब्जेक्ट को लेने की प्रवृति छात्रों में बढ़ी है। पहले यह स्ट्रीम अकाउंटेंसी और अर्थशास्त्र से संबंधित कुछ विषयों तक ही सीमित था लेकिन आज इसके अंतर्गत कई विषयों का अध्ययन किया जा रहा है।
कॉमर्स स्ट्रीम्स के स्टूडेंट को फाइनेंसियल और मैनेजमेंट प्रैक्टिसेज पढ़ना होता है। वही ये उन छात्रों के लिए बहुत उपयोगी सब्जेक्ट में से एक है जिनके पास analytical skills अच्छी होती है। इस स्ट्रीम में मुख्यतः economices, acoounts और business studies के साथ-साथ एडिशनल सब्जेक्ट में maths को भी लेना जरुरी होता है।
कॉमर्स से 12th करने के बाद आगे कोर्सेज के विकल्प :-
- B.Com in (Economics, Marketing, Entrepreneurship, Company Law, Economices, Banking & Policy, Management Accounting, Computer application and IT Income Tax etc)
- B.Arch (Bachelor of Architecture)
- C.A (Chartered accountancy foundation)
- B.B.A (Bachelor of Business Administration)
- B.M.S (Bachelor of Management Science)
- B.B.S (Bachelor of Business study)
- Integrated Law Course
- B.F.A (Bachelor of Finance Accountancy)
- B.H.M (Bachelor of Hotel Management)
- B.C.A (Bachelor of Computer Application)
- B.Sc (In Statics)
- B.E.M (Bachelor of Event Management)
- B.M.M (Bachelor of Journalism and Mass Media)
- B.Sc ( In Animation and Multimedia)
- B.F.D (Bachelor of Fashion Design)
- B.E.Ed ( Bachelor of Elementary Education)
- B.P.Ed (Bachelor of Physical Education)
- Professional Computer Course
कॉमर्स स्ट्रीम भी छात्रों के लिए बेहतर लाइफस्टाइल बनाने वाला करियर ऑप्शन मौजूद है। इस विषय से पढ़ाई करने के बाद छात्रों का भविष्य उज्जवल है तथा वे अपनी मनचाही लाइफस्टाइल को अपनाकर अपनी जिन्दगी खुशहाल तरीके से जी सकते हैं।
आर्ट्स संकाय से 12 के बाद
आर्ट्स के आसान होने तथा इसमें करियर स्कोप की कम संभावना वाला कथन बिलकुल गलत है। इस विषय में भी बहुत चुनौतियां हैं तथा यह छात्रों को आगे के अध्ययन या करियर के लिए अच्छे अवसर प्रदान करते हैं। यूपीएससी, सिविल सर्विसेज जैसी कुछ प्रोफेशनल परीक्षाओं के लिए, आर्ट्स विषय का अध्ययन करने वाले छात्रों को अपनी एक मजबूत नींव बनाने में मदद मिलती है जिससे वे आगे चलकर इन परीक्षाओं में सफलता हासिल कर समाज और करियर में एक उच्च मक़ाम हासिल करते हैं।
आर्ट्स में हमें मुख्यतः निम्न विषय की पढ़ाई करनी पड़ती है:-
- History
- Political Science
- Literature
- The law
- Philosophy
- Religion
- Performing Arts
- Anthropology
- Communication
- Sociology
- Psychology and much more
आर्ट्स से 12th करने के बाद आगे कोर्सेज के विकल्प :-
साइंस और कॉमर्स स्ट्रीम्स में उनके मुख्य विषय लगभग समान होते हैं लेकिन जब बात आर्ट्स स्ट्रीम की आती है तो उनके विषयों में काफी बदलाव हो जाता है। आर्ट्स स्ट्रीम के लिए, आगे के अध्ययनों के लिए हाई स्कूल के भांति ही सही विषयों को चुनना महत्वपूर्ण हो जाती है। आर्ट्स स्ट्रीम के अंतर्गत छात्र निम्नलिखित विषयों में डिग्री हासिल कर सकते हैं।
बैचलर डिग्री कोर्स (Bachelor’s degree)
बैचलर ऑफ आर्ट्स / बीए सबसे लोकप्रिय ग्रेजुएशन लेवल का कोर्स है जिसे हाई स्कूल की पढ़ाई के उपरांत ही किया जाता है। इसके अंतर्गत विभिन्न विषय हैं जिसे छात्र अपने करियर के अनुसार चुन सकते हैं और उस विषय में आगे बढ़ सकते हैं। आम तौर पर, कोर्स के पहले वर्ष के दौरान, छात्रों को तीन प्रमुख विषयों को चुनना होता है और अंतिम वर्ष के दौरान, ऑनर्स के लिए एक मूल विषय चुनना होता है। आर्ट्स स्ट्रीम छात्रों के लिए उपलब्ध लोकप्रिय बैचलर डिग्री कोर्स में शामिल हैं:-
- History
- Geography
- Political Science
- Public Administration
- English Literature
- Economics
- Economics Humanities
- Social Sciences
- Sociology
टेक्नीकल कोर्सेज (Technical Courses)
बहुत से लोगो को ऐसा मानना है कि आर्ट्स से पड़े करने के बाद हम टेक्निकल कोर्सेज नहीं कर सकते लेकिन ये धारणा गलत है। अंडरग्रेजुएट लेवल पर आर्ट स्ट्रीम छात्रों के लिए कुछ टेक्नीकल कोर्सेज भी उपलब्ध हैं जिसका चयन कर छात्र भविष्य में टेक्नीकल फील्ड में भी अपना करियर बना सकते हैं।
- BCA – Bachelor of Computer Application
- B.Arch – Bachelor of Architecture
लॉ कोर्सेज (Law Courses)
अगर आपकी रूचि क़ानूनी दावपेंच में आता है तो यह स्ट्रीम आपके लिए रामबाण साबित हो सकती है क्युकि इस कोर्स में आपको सामाजिक तौर-तरीके सिखने के साथ आप को अध्ययन करने के समय भी मिल जाता है। इसके लिए आपको आर्ट्स विषय से ग्रेजुएशन करने के बाद एलएलबी करना होता है क्यों कि लएलबी कोर्सेज में शामिल होने की योग्यता स्नातक की डिग्री है। लेकिन आजकल छात्र कानून में 5 साल के एकीकृत कार्यक्रमों का चयन भी कर सकते हैं।
- BA + LLB – Bachelor of Arts and Bachelor of Legislative Law
- BBA + LLB – Bachelor of Business Administration and Bachelor of Legislative Law
मैनेजमेंट कोर्सेज (Management Courses)
एक बेहतर करियर बनाने के लिए आप चाहे तो आर्ट्स के बाद मैनेजमेंट का भी कोर्स कर सकते है। इनमें ग्रेजुएशन डिग्री लेवल के कोर्सेज, एकीकृत पांच साल के कोर्सेज और यहां तक कि शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेशन प्रोग्राम्स भी शामिल हैं। हालांकि, उनमें से सबसे लोकप्रिय निम्न कोर्सेज हैं :-
- BBA (Bachelor of Business Administration)
- BMS (Bachelor of Business Studies)
- Integrated BBA + MBA Program (5 years duration)
- BHM (Bachelor of Hotel Management)
- Retail Management (Diploma)
फैशन डिजाइन व परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्सेज
ये कोर्स उन छात्रों के लिए विशेष है जो विजुअल आर्ट्स में रूचि रखते है। आर्ट्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए डिजाइन स्ट्रीम में कई ग्रेजुएशन लेवल के कोर्सेज उपलब्ध हैं। डिजाइन में फुल टाइम तीन साल के ग्रेजुएशन कोर्सेज के अलावा, छात्र विभिन्न संस्थानों द्वारा सर्टिफिकेशन और डिप्लोमा कोर्सेज भी कर सकते हैं।
- Bachelor of Textile Design
- Bachelor of Design (Accessory)
- Bachelor of Fashion Communication
- Bachelor of Interior Designing
- Bachelor of Product Design
- Furniture and Interior Design Courses
- Bachelor of Design (Leather)
- Bachelor of Fashion Design and Technology
- Bachelor in Performing Arts
आर्ट्स छात्रों के लिए करियर स्कोप
आर्ट स्ट्रीम छात्रों के लिए करियर और नौकरी के अवसरों के बात करे तो कला स्ट्रीम छात्रों के लिए सबसे लोकप्रिय करियर विकल्प क्षेत्र में टीचिंग है और वे आगे के अध्ययन विकल्प के आधार पर बिजनेस मैनेजर, वकील, संगीतकार, डांसर, कलाकार, अभिनेता, व्यापारी, अर्थशास्त्री, सांख्यिकीविद्, वास्तुकार, फैशन डिजाइनर, लेखक, इतिहासकार और पुरातत्वविद् आदि क्षेत्र में अपना करियर बना सकते है।
इसके अलावा आर्ट्स स्ट्रीम के छात्र विभिन्न विभागों और मंत्रालयों में सरकारी नौकरियों का विकल्प भी चुन सकते हैं। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा जो आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और अन्य उच्च स्तरीय ब्यूरोक्रैटके लिए योग्यता परीक्षा है, आर्ट्स ग्रुप वाले छत्रों का एक पसंदीदा करियर विकल्प है। वैकल्पिक रूप से वे ब्यूरोक्रेसी में शामिल होने के लिए बैंकिंग क्षेत्र भर्ती परीक्षा, एसएससी / कर्मचारी चयन आयोग परीक्षा या राज्य पीसीएस परीक्षाओं में भी शामिल हो सकते हैं।
12th के बाद vocational courses
वोकेशनल कोर्सेज मैन कोर्सेज से बिलकुल अलग होती है ये बिलकुल भी स्ट्रीम स्पेसिफिक नहीं होती है। इस कोर्सेज में स्टूडेंट को नए स्किल्स सीखने में मदद होती है और उसे उस कोर्स का प्रटीकल नॉलेज भी प्राप्त होती है। आप यह भी कह सकते है कि स्टूडेंट को इस कोर्स में स्पेशलाइज्ड या एक्सपर्ट बनने के लिए प्रेरित किया जाता है।
इसमें कुछ ऐसे भी कोर्सेज होते है जो स्टूडेंट को उस कोर्स के अनुसार उस इंडस्ट्री के लिए तैयार किया जाता है जिससे उसे जॉब असानी से मिल जाता है। इसका एक फायदा यह भी है कि इसमें कुछ कोर्सेज कम समय का होता है जो वो आसानी से पूरा कर सकते है। आप चाहे तो वोकेशनल कोर्सेज के तहत निम्न कोर्सेज कर सकते है :-
- B.Des. (Accessory Design)
- B.Des. (Fashion Design)
- B.Des. (Textile Design)
- B.Des. (Interior Design)
- B.Des. (Ceramic Design)
- B.Des. (Game Design)
- B.Des. (Leather Design)
- B.Des. (Multimedia Design)
- B.Des. (Jewellery Metalsmithing Design)
- B.Des. (Graphic Design)
- B.Des. (Industrial Design)
- B.Des. (Knitwear Design)
- B.Sc Games Interactive Media
- B.Sc Multimedia Animation
- B.Sc (Electronics Media)
- B.Sc (Hons) Digital Art Technology
- B.Sc (Hospitality Studies)
- B.Sc (Mass Communication Journalism Advertising)
- B.Sc in Animation (Distance Education)
- B.Sc in Fashion Designing Apparel Designing
- B.Sc in Jewellery Metalsmithing Design
- B.Sc in Fashion Technology
- B.Sc in Textile Design
- B.Sc in Interior Design
- Bachelor in Environmental Management
- Bachelor in Foreign Trade Management
- Bachelor in Foreign Language
- Diploma in Retail Management
- Diploma in Textile and Leather Designing
- Diploma in Human Resources
- Diploma in Banking
- Diploma in Company Secretaryship
- Diploma in Infrastructure and Construction
- Diploma in Marketing
- Diploma in Interior Designing
- Diploma in Entrepreneurship
- Diploma in Hotel Management
- Diploma in Aviation and Hospitality Management
- Diploma in Tourism Management
- Diploma in TV/Filming Courses
- Diploma in Foreign Language
- Air Hostess
- Anchoring
- Animation Film Making
- Animation Master
- Advance Diploma in 3D Animation- Expert
- Advance Diploma in 3D Animation
- Advance Diploma in Fashion Designing
- Advance Diploma in Interior Designing
- Advance Hair Diploma Holder
- Advanced Diploma in Digital Animation (Diploma in VFX Animation)
- Advanced Diploma in Multimedia
- Foreign languages courses
उपरोक्त कोर्सेज में स्टूडेंट किसी भी पसंदीदा क्षेत्र में अपना करियर चुन सकते है और इस कोर्सेज को किसी भी स्ट्रीम से 12th के छात्र अपना आगे की करियर बना सकते है।
12th के बाद professional courses
12th के छात्रों के लिए ये प्रोफेशनल कोर्सेज भी अच्छा अवसर प्रदान करती है। अगर आप इन कोर्स में एक्सपर्ट हो जाते हो तो आपकी लाइफस्टाइल को बहुत ही बेहतर बनती है और इस प्रोफेशनल कोर्स की मदद से फ्रीलांसर काम करके अच्छा इनकम भी जेनेरेट कर सकते है।
- Hotel Management
- Management studies ( BMS / BBA)
- Mass-Media
- Literature
- Web designing
- Animation
उपरोक्त कोर्सेज में स्टूडेंट किसी भी पसंदीदा क्षेत्र में अपना करियर चुन सकते है और इस कोर्सेज को किसी भी स्ट्रीम से 12th के छात्र अपना आगे की करियर बना सकते है। लेकिन इस कोर्स के लिए मैं आपको यही सलाह दूंगा कि अगर आपकी रूचि इनमें हो तो आप इन कोर्सेज को चुने।
12th के बाद सरकारी नौकरी का विकल्प
12th के बाद स्टूडेंट के लिए सरकारी जॉब के लिए बहुत से वेकन्सी निकलती रहती है, छात्र अपनी रूचि के अनुसार सरकारी जॉब का फॉर्म अप्लाई करके उसके नोटिफिकेशन के तहत अपना तैयारी के बाद जॉब पा सकते है। यहाँ कुछ जॉब कि अपडेट किया गया है जो सरकार द्वारा हर साल इसमें वेकन्सी निकलती रहती है। स्टूडेंट उस एग्जाम में सम्मलित होकर पास होने के बाद जॉब पा सकते है।
- SSC Stenographer Exam
- Lower Division Clerks
- Data Entry Operators
- Assistant Loco Piolet
- Station Master
- Helper
- Indian Navy
- NDA/NA
कैसे करें सही ग्रेजुएशन कोर्सेज का चयन
ग्रेजुएशन स्तर के लिए सही पाठ्यक्रम तय करना एक चुनौती पूर्ण कार्य है। हमारा फ्यूचर हमारे इसी कार्य पर डिपेंडेंट होता है। 12 वीं के बाद सही कोर्सेज का चयन करते समय आपको यह पता होना चाहिए आपके लिए कौन से विकल्प बेहतर हैं तथा किस विकल्प में आप अपना बेहतर दे सकते हैं ? इस सन्दर्भ में कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों को पर ध्यान देना अति आवश्यक है।
1. अपनी रुचि का हमेशा रखें ख्याल
किसी भी कोर्स का चयन करते समय यह विशेष ध्यान रखना चाहिए कि आपकी रुचि, जुनून,इच्छा तथा मनपसंद विषय कौन सा है। इस विषय में बिलकुल क्लियर रहें कि आप किस क्षेत्र में दिलचस्पी रखते हैं, आपको भविष्य में क्या करना है तथा भविष्य में यह किस हद तक आपके लिए फायदेमंद रहेगा? क्युकि 12th के बाद करियर के लिए हमारे अपना मनपसंद विषय की रूचि हमारे अध्ययन को निरन्तर बनाने में सक्षम होती है।
2. पाठ्यक्रम की समझ
इससे पहले कि आप किसी कोर्स का चयन करें यह जानना बहुत जरुरी है कि आपके कोर्स की विषय वस्तु क्या है और यह किन किन क्षेत्रों को कवर करता है?किसी भी कोर्स को ज्वाइन करने से पहले अपने कोर्स के विषय में मौजूद सामग्रियों तथा सीनियर्स और फैकल्टी की मदद से उस विषय में विस्तृत जानकारी लेनी चाहिए. जैसे कि कितना थियरी पेपर है? कितना प्रैक्टिकल है ? किस तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है ? आदि आदि। क्युकि अगर आप ऐसा नहीं करते है तो हो सकता है आप को यह अपनी विषय समझने में आगे परेशानी हो सकती है जो असफल होने का मुख्य कारण है।
3. भविष्य में उस कोर्सेज की संभावनाएं
कॉलेज कोर्सेज का चयन करते समय ध्यान रखने योग्य एक महत्वपूर्ण विषय है उस कोर्स की भविष्य में क्या डिमांड में रहेगी और उसकी भविष्य में ग्रोथ की संभावना कितनी है, इसके लिए हमेशा आपको अपडेट रहना होगा। साथ साथ यह भी देखना चाहिए कि इस फील्ड में नौकरी मिलने के आसार कितने हैं ? इसके अतिरिक्त या भी देखना चाहिए कि इस फील्ड में नौकरी करके हायर स्टडीज की जा सकती है या नहीं।