Current Affairs 2023: आपका स्वागत है 2023 के सबसे महत्वपूर्ण और नवीनतम समाचारों के ख़बरों में। दुनियाभर में हो रही घटनाओं, विकासों, और परिवर्तनों की जानकारी यहाँ आपके लिए लाई गई है, ताकि आप विश्व के घटित हो रहे महत्वपूर्ण समाचारों से अवगत रह सकें। चलिए, जानते है इस साल के महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बारे मे जो विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओ के साथ साथ आपको दैनिक जीवन मे जानना बहुत जरूरी है । यह आर्टिकल प्रतिदिन अपडेट किया जाता है ।
Last update:- 24.08.2023
तमिल पांडुलिपि कि खोज इटली मे हुई?
हाल ही में इटली में एक अर्मेनियाई मठ में 18वीं शताब्दी की “ज्ञानमुयारची” नामक ताड़ पत्र की पांडुलिपियों की खोज की गई है। यह अनुवाद संभवतः मिशेल बर्टोल्डी द्वारा किया गया है, जिन्हें तमिल में ज्ञान प्रकाशसामी के नाम से जाना जाता है। यह अनुवाद संभवतः मिशेल बर्टोल्डी द्वारा किया गया है, जिन्हें तमिल में ज्ञान प्रकाशसामी के नाम से जाना जाता है। यह खोज तमिल साहित्यिक और धार्मिक इतिहास के संदर्भ में महत्वपूर्ण है क्योंकि यह तमिल में इग्नाटियस के “आध्यात्मिक अभ्यास” के पहले अनुवाद की एक प्रति हो सकती है।
फ्रिक्शनलेस ऋण क्या है?
फ्रिक्शनलेस (घर्षणहीन) ऋण एक उधार लेने का दृष्टिकोण है जो उपभोक्ताओं के लिए ऋण देने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने का प्रयास करता है। पारंपरिक ऋण प्रणालियों के विपरीत, जहां व्यक्तियों को व्यापक कागजी कार्रवाई, क्रेडिट जांच और लंबी अनुमोदन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, फ्रिक्शनलेस ऋण एक सहज और त्वरित अनुभव का वायदा करता है।
पब्लिक टेक प्लेटफॉर्म (PTPFC) क्या है?
इसे ऋणदाताओं को आवश्यक डिजिटल डेटा के सहज प्रसारण को सुनिश्चित करके ऋण के सुचारू प्रावधान की सुविधा के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस व्यापक डिजिटल प्लेटफॉर्म में एक खुला आर्किटेक्चर, खुला एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) और मानक होंगे, जिससे वित्तीय क्षेत्र के सभी अभिकर्ता ‘प्लग एंड प्ले’ मॉडल में जुड़ सकते हैं। डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म केंद्र और राज्य सरकार की संस्थाओं, बैंकों, क्रेडिट सूचना कंपनियों और डिजिटल पहचान प्राधिकरणों को जानकारी साझा करने की अनुमति देता है।
राष्ट्रीय चक्रवात जोखिम शमन परियोजना क्या है?
राष्ट्रीय चक्रवात जोखिम शमन परियोजना (NCRMP) एक विश्व बैंक सहायता प्राप्त प्रमुख कार्यक्रम है जिसे राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा निम्नलिखित घटकों के साथ दो चरणों में 8 चक्रवात संभावित तटीय राज्यों में कार्यान्वित किया जा रहा है :
- घटक ए : प्रारंभिक चेतावनी प्रसार प्रणाली (EWDS)
- घटक बी : चक्रवात जोखिम शमन अवसंरचना (CRMI)
- घटक सी : आपदा जोखिम प्रबंधन पर क्षमता निर्माण के लिए तकनीकी सहायता
- घटक डी : परियोजना प्रबंधन और निगरानी
चक्रवातों के प्रभावों को कम करने के लिए संरचनात्मक और गैर-संरचनात्मक उपायों को लागू करने के उद्देश्य से भारत द्वारा “राष्ट्रीय चक्रवात जोखिम शमन” कार्यक्रम शुरू किया गया था। परियोजना का प्राथमिक लक्ष्य जोखिम वाले स्थानीय समुदायों को चक्रवातों और अन्य मौसम संबंधी आपदाओं के परिणामों से बचाना है।
तूफान हिलेरी से क्या तात्पर्य है?
श्रेणी 1 तूफान हिलेरी ने 20 अगस्त, 2023 को अमेरिकी राज्य कैलिफ़ोर्नियासे टकराया , जिससे प्रशांत तट पर भयंकर हवाएं और बाढ़ आ गयी। तूफान हिलेरी अब उत्तर नेवादा की ओर बढ़ रहा है, इस तूफान से डेथ वैली नेशनल पार्क में रिकॉर्ड बारिश होने और अचानक बाढ़ आने के अनुमानोंके साथ यह दक्षिणी कैलिफोर्निया के ऊपर से गुजर गया है। यह मेक्सिको से सीमा पार चला गया, जहां बाजा कैलिफोर्निया प्रायद्वीप में 70 मील प्रति घंटे (119 किमी/घंटा) की रफ्तार से हवाएं चलीं।
सार्वजनिक तकनीकी मंच क्या है?
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने एक पायलट कार्यक्रम शुरू किया है जिसका उद्देश्य ‘ऋण सुलभता के लिये सार्वजनिक तकनीकी मंच‘ की व्यवहार्यता के मूल्यांकन के साथ ही ऋणदाताओं द्वारा निर्बाध और कुशल ऋण वितरण की सुविधा प्रदान करने की प्रक्रिया का मूल्यांकन करना है तथा भारत में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। यह पहल RBI की विकासात्मक और नियामक नीतियों के हिस्से के रूप में है तथा इसे अगस्त 2023 में मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद पेश किया गया था।
भारत ग्रीनहाउस गैस (GHG) कार्यक्रम क्या है?
WRI इंडिया (गैर-लाभकारी संगठन), भारतीय उद्योग परिसंघ CII) और द एनर्जी एंड रिसोर्सेज़ इंस्टीट्यूट (The Energy and Resources Institute- TERI) के नेतृत्व में भारत GHG कार्यक्रम, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को मापने तथा उसके प्रबंधन के लिये एक उद्योग-आधारित स्वैच्छिक ढाँचा है। यह कार्यक्रम उत्सर्जन को कम करने और भारत में अधिक लाभदायक, प्रतिस्पर्द्धी एवं टिकाऊ व्यवसायों तथा संस्थानों के संचालन के लिये व्यापक मापन और प्रबंधन रणनीतियों का निर्माण करता है।
हरित धारा क्या है?
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने एक एंटी-मेथेनोजेनिक फीड सप्लीमेंट ‘हरित धारा’ (HD) विकसित किया है, जो मवेशियों के मीथेन उत्सर्जन को 17-20% तक कम कर सकता है तथा इससे दूध का उत्पादन भी अधिक हो सकता है। हरित धारा हाइड्रोजन उत्पादन के लिये ज़िम्मेदार आमाशय/रुमेण (Rumen) में प्रोटोजोआ रोगाणुओं की आबादी को कम करता है और मीथेन तथा कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) की कमी हेतु आर्किया (बैक्टीरिया समान संरचना) को उपलब्ध कराता है।
रूस द्वारा किया लॉन्च “नौका (Nauka)” क्या है?
रूस द्वारा अब तक की सबसे बड़ी अंतरिक्ष प्रयोगशाला “नौका” लॉन्च की, जो 8 दिनों की यात्रा करके अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पहुँची। नौका (Nauka) को कजाकिस्तान के बायकोनूर कॉसमोड्रोम (Baikonur Cosmodrome) से प्रोटॉन रॉकेट (Proton Rocket), द्वारा 21 जुलाई को लॉन्च किया गया था। यह अंतरिक्ष यात्रियों के संभावित भविष्य के संचालन के लिए एक नई विज्ञान सुविधा, डॉकिंग पोर्ट, स्पेसवॉक एयरलॉक, ऑक्सीजन जनरेटर आदि के रूप में बुनियादी अवसंरचनाओं को जोड़ता है।
हरित हाइड्रोजन आधारित ऊर्जा क्या है ?
यह नवाचार प्रधानमंत्री के हाइड्रोजन विजन का एक भाग है जो सस्ती और सुलभ स्वच्छ ऊर्जा का आत्मनिर्भर साधन सुनिश्चित करेगा, साथ ही जलवायु जोखिमों को कम करने और नए उद्यमियों एवं रोजगारों के सृजन की आवश्यकता के प्रति भी उत्तरदायी होगा। ऊर्जा के स्वच्छ और नवीकरणीय स्रोत का उत्पादन करने के लिए पानी के हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में इलेक्ट्रोलाइटिक विभाजन के माध्यम से ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन किया जाता है, जिसके लिए इसे भारत की ऊर्जा सुरक्षा के भविष्य हेतु कायाकल्पकारी माना जाता है।
3डी कंक्रीट प्रिंटिंग क्या है?
भारत के पहले 3डी- प्रिंटेड डाकघर का उद्घाटन 18 अगस्त, 2023 को केंद्रीय रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री द्वारा बेंगलुरु में किया गया। यह रोबोटिक प्रिंटर का उपयोग करते हुए 3D(Three Dimensional) प्रिंटेड तकनीक 3डी मॉडल ड्राइंग इनपुट के अनुसार कंक्रीट को परत-दर-परत जमा करती है। 3डी कंक्रीट प्रिंटिंग एक उभरती हुई तकनीक है जिसमें निर्माण प्रक्रिया को तीव्र करके और निर्माण गुणवत्ता को बढ़ाकर निर्माण के पपरंपरागत तरीकों को बदलने की क्षमता है। निर्माण में 3D प्रिंटिंग निर्माण सामग्री को परतों में रखने, दीवारें, फर्श और छत बनाने के लिए रोबोटिक सिस्टम का उपयोग करती है।
आकाशीय बिजली गिरने के क्या कारण है?
आकाशीय बिजली गिरना एक प्रचण्ड भू-जलवायु घटना है जो बादल के ऊपर और नीचे के बीच विद्युत आवेश में अंतर के कारण उत्पन्न होती है, जिससे बिजली की एक विशाल धारा का निर्माण होता है।
- वायुमंडल में जलवाष्प के संघनन और क्रमिक वृद्धि से गर्मी उत्पन्न होती है, जो अंततः पानी के अणुओं को बर्फ में क्रिस्टलीकृत कर देती है।
- इन बर्फ के क्रिस्टलों के बीच टकराव से इलेक्ट्रॉनों का निकलना शुरू हो जाता है, जिससे बादल में एक धनात्मक रूप से आवेशित शीर्ष परत और ऋणात्मक रूप से आवेशित मध्य परत का निर्माण होता है।
- जब आवेश में अंतर एक सीमा से ऊपर चला जाता है, तो परतों के मध्य विद्धुत की एक बड़ी ऊर्जा प्रवाहित होती है, जो ऊष्मा उत्पन्न करके वायु स्तंभ का विस्तार करती है,
- जिससे कम्पित- तरंगें (shock-waves) निकलती हैं जो तीव्र ध्वनि के साथ गर्जन की आवाज उत्पन्न करती हैं।
आदित्य एल1 मिशन क्या है?
आदित्य एल1 भारत का पहला सौर मिशन है, जो सूर्य का अध्ययन करने के लिए एक वेधशाला स्थापित कर रहा है। इसका उद्देश्य सूर्य के वायुमंडल और चुंबकीय क्षेत्र को यथासंभव निकट से देखना, कोरोनल मास इजेक्शन और सोलर फ्लेयर्स को करीब से देखना है (भू-चुंबकीय तूफान का कारण), और प्रासंगिक सौर घटना की कार्य-प्रणाली के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना है। यह भारत की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को बढ़ाएगा, जिससे इसरो नासा (NASA), ईएसए(ESA), रोस्कोस्मोस (Roscosmos) जैसी शीर्ष अंतरिक्ष एजेंसियों के क्लब में शामिल हो जाएगा।
बाँध सुरक्षा अधिनियम क्या है?
केंद्र सरकार ने 2021 में बाँध सुरक्षा अधिनियम पारित किया। यह अधिनियम कुछ बाँधो की सही निगरानी, जाँच, उपयोग और रखरखाव के लिए एक व्यापक ढाँचा प्रदान करता है। इसका उद्देश्य सुरक्षित कामकाज और बाँध के टूटने से होने वाली आपदाओं को रोकने के लिए एक संस्थागत प्रणाली प्रदान करना है।
संस्थागत तंत्र
- बाँध सुरक्षा पर राष्ट्रीय समिति – नीतियाँ विकसित करने और महत्वपूर्ण नियमों का सुझाव देने
- राष्ट्रीय बाँध सुरक्षा प्राधिकरण – राज्यों के बीच विवादों का निपटारा और तकनीकी सहायता प्रदान करना
राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना क्या है?
राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना को जून, 2016 में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा मंजूरी दी गई थी। इस पहल का उद्देश्य राष्ट्रीय जल संसाधन प्रबंधन क्षमताओं में सुधार करना है। जल संसाधन निगरानी प्रणाली, जल संसाधन सूचना प्रणाली, जल संसाधन संचालन और योजना प्रणाली, तथा संस्थागत क्षमता वृद्धि राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना (एनएचपी) के चार मुख्य भाग हैं।
फ्लडवॉच ऐप क्या है ?
केंद्रीय जल आयोग ने 17 अगस्त, 2023 को “फ्लडवॉच” ऐप की शुरूआत की, जो एक दिन पहले ही बाढ़ आने की संभावना का पूर्वानुमान लगा सकता है। इस मोबाइल एप्लिकेशन में, भारत का मानचित्र शामिल है, जिस पर देश भर में स्थित जल केंद्रों को रंगीन वृत्तों से चिह्नित किया गया है जो बाढ़ के वर्तमान खतरे को दर्शाते हैं। इस एप्लिकेशन मे सैटेलाइट डेटा विश्लेषण”, “वास्तविक समय की निगरानी” और “गणितीय मॉडलिंग जैसी उन्नत तकनीकी शामिल है ।
आईएनएस विंध्यगिरि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 17 अगस्त, 2023 को कोलकाता में गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) फैसिलिटी में एक उन्नत गुप्त युद्धपोत आईएनएस विंध्यगिरि को लॉन्च किया। यह भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट 17ए का छठा पोत है, इसे गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स द्वारा विकसित किया गया है। अन्य पांच पोत- आईएनएस नीलगिरि, उदयगिरि, हिमगिरि, तारागिरि और दूनागिरि को पहले ही वर्ष 2019 और 2022 के बीच लॉन्च किया गया।
प्रोजेक्ट 17ए क्या है?
प्रोजेक्ट 17 अल्फा युद्धपोत (संक्षिप्त रूप में पी-17ए) को भारतीय नौसेना द्वारा गुप्त नियंत्रित मिसाइल युद्धपोत की एक श्रृंखला तैयार करने हेतु वर्ष 2019 में लॉन्च किया गया। प्रोजेक्ट 17A के तहत लॉन्च किया गया पहला गुप्त युद्धपोत आईएनएस नीलगिरि था जिसे वर्ष 2019 में लॉन्च किया गया। प्रोजेक्ट 17ए से संबंधित जहाजों को बेहतर गुप्त सुविधाओं, आधुनिक हथियारों, उन्नत सेंसर और प्लेटफ़ॉर्म प्रबंधन प्रणालियों के साथ बनाया गया है।