प्रतिदिन के करेंट अफेयर्स से सम्बंधित जानकारी को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया गया है। आज के मुख्य करंट अफेयर्स में देखें
Current affairs List
MPLADS (सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना) को अस्थायी रूप से निलंबित किया गया है?
- कैबिनेट ने हाल ही में अस्थायी रूप से 2020-21 और 2021-22 के दौरान MPLADS (सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना) फंड को निलंबित करने की मंजूरी दी है। इससे लगभग 7900 करोड़ रुपये की बचत होगी, इस राशि को भारत के समेकित कोष में जमा किया जाएगा।
- साथ ही कैबिनेट ने सांसदों के वेतन, भत्ते और पेंशन को एक वर्ष के लिए 30% तक कम करने के लिए भी मंज़ूरी दी है। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, राज्यों के राज्यपालों ने वेतन में कमी के लिए स्वेच्छा से कमी करने की बात कही है।
भारतीय रेलवे ने तैयार किया किफायती वेंटिलेटर ‘जीवन’
- कपूरथला रेल डिब्बा कारखाना ने वेंटिलेटर को तैयार किया है। इसका नाम ‘जीवन’ रखा गया है। यह वेंटिलेटर काफी सस्ता है। इस वेंटिलेटर को इस्तेमाल करने के लिए अभी आईसीएमआर से मंजूरी नही मिली है। ब्रूकिंग्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में जीवनरक्षक वेंटिलेटर की भारी कमी है।
- (वेंटिलेटर :- वेंटिलेटर एक ऐसी डिवाइस है, जिसका इस्तेमाल फेफड़ों में ऑक्सीजन की सप्लाई करने में किया जाता है। यह कोविड19 के गंभीर मरीजों के लिए काफी अहम है, क्योंकि इस बीमारी के गंभीर होने पर फेफड़े काम करना बंद कर सकते हैं।
नासा ने ज्वालामुखी और भूकंप की चेतावनी का पता लगाने के लिए नए उपग्रह बनाया
- राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अन्तरिक्ष प्रशासन (नासा) का एक नया उपग्रह (सैटेलाइट) ज्वालामुखी विस्फोट और भूकंप के शुरुआती चेतावनी संकेत दे सकता है। यह उपग्रह उस क्षेत्र की पहचान करने में मदद करेंगे जहां ऐसे किसी संकट के दौरान आपदा राहत पहुंचाई जानी चाहिए।
- नासा ने वर्ष 2020 के शुरू में 1200 से अधिक क्यूबसैट अंतरिक्ष में छोड़े थे। जिनमे 80 क्यूबसैट्स लॉन्च के दौरान ही नष्ट हो गए थे, लेकिन 1100 से अधिक क्यूबसैट्स पृथ्वी की कक्षा में स्थित हैं। ये क्यूबसैट्स अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए बनाए गए एक प्रकार के छोटे उपग्रह हैं ।
- यह उपग्रह कैसे पता करेगा ज्वालामुखी और भूकंप की भविष्यवाणी को :- किसी ज्वालामुखी विस्फोट से पहले उभार घटना होती है. मैग्मा जमा होता है और जिसके कारण जमीन थोड़ी-सी ऊपर की तरफ़ उभरती है। InSAR इस उभार का निरीक्षण कर सकता है और उस विशेष क्षेत्र में ज्वालामुखी विस्फोट के बारे में पूर्व-चेतावनी दे सकता है।
‘स्ट्रैंडेड इन इंडिया’ पोर्टल
- भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय (Ministry of Tourism) ने 31 मार्च, 2020 को COVID-19 वैश्विक महामारी के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की स्थिति में भारत के विभिन्न हिस्सों में फंसे विदेशी पर्यटकों की पहचान, सहायता एवं सुविधा के लिये ‘स्ट्रैंडेड इन इंडिया’ पोर्टल (‘Stranded in India’ Portal) की शुरूआत की।
- इस पोर्टल की कुछ मुख्य बिंदु :
- इस पोर्टल के माध्यम से पर्यटकों को अपनी बुनियादी संपर्क जानकारी प्रदान करानी होगी तथा उनके द्वारा सामना किये जा रहे मुद्दों (यदि कोई हो तो) की स्थिति को बताना होगा।
- इस पोर्टल के शुरू होने के शुरूआती 5 दिनों में देश भर में 769 विदेशी पर्यटकों ने इस पर पंजीकरण किया।
- केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के 5 क्षेत्रीय कार्यालय पोर्टल पर भेजे जाने वाले अनुरोधों के अनुरूप विदेशी पर्यटकों को आवश्यक सहायता पहुँचाने के लिये इन नोडल अधिकारियों के साथ लगातार समन्वय कर रहे हैं।
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के निर्यात
- हाल ही में भारत सरकार ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (Hydroxychloroquine- HCQ) के निर्यात पर लगाए गए अपने पूर्व के प्रतिबंध को समाप्त कर इसके निर्यात की अनुमति दे दी है।
- भारत सरकार ने 7 अप्रैल, 2020 को मलेरिया के उपचार में प्रयोग की जाने वाली दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के साथ कुछ अन्य दवाओं के निर्यात की अनुमति दे दी है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, COVID-19 महामारी के मानवीय पहलुओं को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
- इसके तहत भारत पर आश्रित (दवाओं के संदर्भ में) पड़ोसी देशों के लिये पैरासिटामाॅल और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन की उचित मात्रा को निर्यात करने की अनुमति दी गई है। साथ ही इन आवश्यक दवाओं को उन देशों में भी भेजा जाएगा जो इस महामारी से विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं। Read more…