व्यक्ति को कभी सीधा नहीं होना चहिए क्युकि जंगल में जो पेड़ सबसे सीधे और चिकने होते हैं उन्हें काटने में समस्याएं न नहीं आती, इसलिए उन्हें सबसे पहले काट दिया जाता है।
विश्व को चलाने के लिए धन एक मात्र शक्ति है जिसके पास धन है उसके सगा संबंधी होते हैं व्यक्ति के धनी होने के कारण उसे सच्चा इंसान माना जाता है।
कोध्र मृत्यु को बुलावा देता है लालच और लोभ दुख को बुलावा देता है वहीं विद्या दूध देने वाली गाय के समान है जो मनुष्य की हर जगह रक्षा करती है।
बुद्धिमान व्यक्ति को अपना वक्त अध्ययन और मनन में बिताना चाहिए,
एक अनुशासनहीन इंसान हमेशा दुखी रहता है और दूसरों को भी दुखी करता है, ऐसा व्यक्ति समाज में रहता है तो वह नियमों को तोड़कर रहता है तो वह नियमों को तोड़कर दूसरे लोगों और खुद के लिए मुश्किलें खड़ा करता है।
एक स्त्री पुरुष की तुलना में दोगुना आहार लेती है, चार गुणा बुद्धिमान और चालाक होती है छह गुणा साहसी होती है।
अपने रहस्यों को किसी से जाहिर नहीं करना चाहिए, यह आदत आपको बर्बाद कर सकती है।
हर मित्रता के पीछे कोई ना कोई स्वार्थ होता है ऐसी कोई मित्रता नहीं जिसमें स्वार्थ ना हो यह कड़वा सच हैं।
शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है, एक शिक्षित व्यक्ति हर जगह सम्मान हासिल करता है।
हमें पहले के बारे में सोचकर पछतावा नहीं करना चाहिए और ना ही भविष्य को लेकर चिंतित होना चाहिए। विवेकवान व्यक्ति हमेशा वर्तमान में जीता है।
आचार्य चाणक्य ने जीवन की मुश्किलों को पार करने के लिए अपने नीतिशास्त्र में कई उपायों का जिक्र किया है। इस तरह की और जानकारी पढ़ते रहें