एक ही प्रजाति के वे सभी सदस्य जो एक ही भौगोलिक क्षेत्र मे एक ही समय पर पाये जाते है, उसे उस प्रजाति का population या जनसंख्या कहते है ।
जनसंख्या घनत्व (Population Density)
प्रति इकाई भौगोलिक क्षेत्र मे व्यक्तियों की संख्या अर्थात एक क्षेत्र के कुल भौगोलिक क्षेत्र मे किसी प्रजाति के कुल कितने सदस्य उस क्षेत्र मे मौजूद है उनकी संख्या Population Density कहलाती है ।
Population Density दो प्रकार के होते है –
- Crude Density
- Ecological Density
Crude Density वह density की गणना है जिसमे जनसंख्या घनत्व कुल भोगोलिक क्षेत्र के सापेक्ष निकाला जाता है जबकि Ecological Density मे जनसंख्या घनत्व पर्यावास क्षेत्र के सापेक्ष निकाला गया घनत्व है ।
जनसंख्या प्रभावित करने वाला कारक
Population को प्रभावित करने वाला निम्न चार कारक है ।
- जन्म – इसमे जनसंख्या बढ़ती है ।
- मृत्यु – इसमे जनसंख्या घटती है ।
- आव्रसन – इसमे जनसंख्या घटती है ।
- प्रवासन – इसमे जनसंख्या बढ़ती है ।
जनसंख्या वितरण (Population Dispersion)
जनसंख्या वितरण का संबंध किसी जीव के अपने आवास मे वितरण से है ।
यह वितरण तीन प्रकार के हो सकते है –
1. Uniform Dispersion – वैसे पौधे जो आस-पास के पौधे के विकास को बाधित करने के लिए बिषाक्त पदार्थ यानि जहरीले पदार्थ को स्त्रावित करते है या ऐसे जानवर कि प्रजातियों जहां जानवर अपने क्षेत्रों की रक्षा करते है। उदाहरण – एलेलपौथि या बाघ ।
2. Random Dispersion – वैसे जीव अपने पर्यावरण के अनुकूल अनियमित रूप मे बिखरे होते है, Random Dispersion की श्रेणी मे आते है ।
3. Clumped Dispersion – वैसे पौधे या जीव जो छोटे-छोटे समूह मे पाये जाते है, ऐसे पौधे मे देखा जाता है जो अपने बीजों को सीधे जमीन पर गिराते है । जैसे – Oak के पेड़, हिरण का झुंड आदि ।
Survivorship Curve
Survivorship Curve किसी जीव के जीवन स्तर को दर्शाती है ।
Type I : प्रारभिक और मध्य जीवन मे उच्च उत्तर जीविता और बाद के जीवन मे तेजी से गिरावट होती है ।
Type II : जीवन के हर पड़ाव मे लगातार मृत्यु दर समान होती है।
Type III – प्रारभिक जीवन मे मृत्यु दर सबसे अधिक लेकिन बाद मे मृत्यु की दर काफी कम होती है ।
Growth Pattern
विशेष पर्यावरणीय परिस्थितियों के आधार पर जनसंख्या वृद्धि के दो प्रकार के पैटर्न हो सकते हैं:
- Exponential growth pattern (घातीय वृद्धि पैटर्न)
- Logistical growth pattern (वहन क्षमता आधीन विकास पैटर्न)
Exponential growth pattern
इसे J-आकार का वक्र भी कहते है । यह वृद्धि समयनतः एक आदर्श वातावरण मे होगा जहाँ संसाधन असीमित हो तथा ऐसे विकास दर को सीमित करने के लिए कोई प्रतिस्पर्धा नहीं होती है । प्रारंभ में जनसंख्या वृद्धि धीमी होगी लेकिन जैसे जैसे वातावरण अनुकूलित होगी जनसंख्या संख्या बढ़ती है, और विकास दर भी बढ़ती है, जिसके परिणामस्वरूप एक घातीय (जे-आकार) वक्र बनता है ।
किसी दी गई जनसंख्या के लिए इस अधिकतम वृद्धि दर को उसकी जैविक क्षमता के रूप में जाना जाता है । घातीय वृद्धि उन आबादी में देखी जा सकती है जो बहुत छोटी हैं या उन क्षेत्रों में जो किसी प्रजाति द्वारा नव उपनिवेशित हैं ।
Logistical growth pattern
Logistical growth तब होगी जब जनसंख्या संख्या एक सीमित वहन क्षमता के करीब पहुंचने लगेगी, वहन क्षमता किसी प्रजाति की अधिकतम संख्या है जिसे पर्यावरण द्वारा स्थायी रूप से सही मान लिया जाता है ।
जैसे-जैसे जनसंख्या वहन क्षमता के करीब पहुंचती है, पर्यावरणीय प्रतिरोध उत्पन्न होता है, जिससे विकास दर धीमी हो जाती है । इसके परिणामस्वरूप एक सिग्मोइडल (S-आकार) विकास वक्र बनता है जो वहन क्षमता पर K द्वारा दर्शाया गया ।
एक निश्चित भौगोलिक स्थान पर रहने वाली किसी भी स्थिर आबादी में Logistical growth अंततः देखा जाएगा ।
Population Stabilization (जनसंख्या स्थिरीकरण)
Population stabilization वह stage होता है जब जनसंख्या का आकार बाहरी या आंतरिक कारक की वजह से अपरिवर्तित रहता है । जिसमे बाहरी कारक जैसे कि बाढ़, आग और मौसम आदि और आंतरिक कारक जैसे प्रतियोगिता, प्रजनन और रोग आदि ।