दीवाली, आध्यात्मिक अन्धकार पर आन्तरिक प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान, असत्य पर सत्य और बुराई पर अच्छाई का उत्सव है। दीपावली स्वच्छता व प्रकाश का पर्व है। यहाँ हम छोटी और अच्छी-अच्छी दीवाली पर हिंदी कविता हिंदी में स्पेशल आपके लिए लेकर आए हैं ताकि आप अपने प्रिय लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं दे सके।
दीवाली पर हिंदी कविता | Diwali Kavita in Hindi
दीपावली पर छोटी हिन्दी कविताएं । Short Poem on Diwali in Hindi , Happy Diwali Poems in Hindi 2019.
आई रे आई दीपावली हैं आई
आई रे आई जगमगाती रात हैं आई
दीपों से सजी टिमटिमाती बारात हैं आई
हर तरफ है हँसी ठिठोले
रंग-बिरंगे,जग-मग शोले
परिवार को बांधे हर त्यौहार
खुशियों की छाये जीवन में बहार
सबके लिए हैं मनचाहे उपहार
मीठे मीठे स्वादिष्ट पकवान
कराता सबका मिलन हर साल
दीपावली का पर्व सबसे महान
फिर से सजेगी हर दहलीज़ फूलों से
फिर महक उठेगी रसौई पकवानों से
मिल बैठेंगे पुराने यार एक दूजे से
फिर से सजेगी महफ़िल हँसी ठहाको से
चारों तरफ होगा खुशियों का नज़ारा
सजेगा हर आँगन दीपक का उजाला
डलेगी रंगों की रंगोली हर एक द्वार
ऐसा हैं हमारा दीपावली का त्यौहार
शुभ दीपावली, दिवाली की कविता
दीपों का त्योहार दिवाली आयी है,
खुशियों का संसार दिवाली आई है,
घर आंगन सब नया सा लगता है,
नया नया परिधान सभी को फबता है,
नए नए उपहार दिवाली लायी है,
खुशियों का संसार दिवाली लायी है।
दीप-पंक्तियां
दीपों की सुंदर पंक्ति में,
लगी एक पंक्ति बच्चों की।
सुंदर-सुंदर दीप जले थे,
बच्चे भी लग रहे खिले थे।
पूरे घर पर सजी थी माला,
खुशियों का भर गया उजाला
जगमग-जगमग जग था सारा,
दिवाली त्योहार है प्यारा।
दीपावली त्यौहार पर हिन्दी कविता
दिवाली त्योहार दीप का,
मिलकर दीप जलाएंगे,
सजा रंगोली से आंगन को,
सबका मन हर्षाएंगे,
बम-पटाखे भी फोड़ेंगे,
खूब मिठाई खाएंगे,
दिवाली त्यौहार मिलन का,
घर-घर मिलने जाएंगे।
Short Hindi Poem on Diwali Festival
आओ मिलकर दीप जलाएं,
अंधेरा घर से दूर भगाएं,
रह न जाए अँधेरा कही,
घर का कोई सुना कोना,
सदा ऐसा कोई दीप जलाते रहना,
हर घर-आँगन में रंगोली सजाएं,
आओ मिलकर दीप जलाएं।
मेरी दीपावली (व्यस्त जीवन की भावना)
ना फुलजड़ी फटाके बुलाते मुझे
और ना गुलाब जामुन की खुशबू ललचाती मुझे
ना फुलजड़ी फटाके बुलाते मुझे
और ना गुलाब जामुन की खुशबू ललचाती मुझे
ना नए कपड़ों की चाहत खीचें मुझे
ना गहनों चमक लुभाए आये मुझे
मुझे तो चाहिए कुछ अनमोल घड़ी
जब फिर से जुड़ती अपनों से कड़ी
दिवाली की रंगत ना भाती मुझे
बस माँ की गोद ही याद आती मुझे
नहीं वो बचपन की दिवाली सजे
बस मुझे मेरे अपनों का साथ मिले
बस साथ मिले ||
दिवाली की शुभकामनाएं कविता
दिवाली के दीपक जगमगाए आपके आंगन में,
सात रंग सजे इस साल आपके आंगन में,
आया है यह त्यौहार खुशियां लेके,
हर खुशी सजे इस साल आपके आंगन में,
रोशनी से हो रोशन हर लम्हा आपका,
हर रोशनी सजे इस साल आपके आंगन में।
कविता के रूप में दीपावली की शुभकामना
पल-पल सुनहरे फूल खिले,
कभी ना हो कांटो का सामना,
जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे,
दिवाली पर हमारी यही शुभकामना।
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